डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए 4 खास योगासन

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए 4 खास योगासन

सेहतराग टीम

डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है। इसकी चपेट में आए व्यक्ति का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन गिरता जाता है और इस बीमारी की चपेट में हर उस व्यक्ति के आने की संभावना है जो शारीरिक परिश्रम नहीं करता है यानी मेहनत नहीं करता है और आराम की जिंदगी जीता है। गलत तरीके का खान-पान और रहन-सहन इस बीमारी में सहायक होते हैं। यह बीमारी बच्चे से बूढ़े किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों का इम्यून सिस्टम दूसरों की तुलना में कमजोर हो जाता है जिसके कारण कई अन्य बीमारियां आपको अपना शिकार बना लेती हैं। इसलिए डायबिटीज जे मरीजों को ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जरूरी है कि आप डॉक्टर की दवाइयों के अलावा अपने खान-पान और रहन-सहन में बदलाव करें। हालांकि हाल ही में किये गए शोध में भी पाया गया कि अगर अगर डॉक्टर की दवाइयों के साथ योग को अपनाया जाए तो आप बेहतर तरीके से डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। इसलिए आज हम आपको ऐसे ही खास योगासन के बारे में बताएंगे जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं।

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धनुरासन-

धनुरासन डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी कारगर आसन है। यह आसन पैन्क्रियाज को एक्टिव करने में मदद करता है और उस पर जोर देता है। धनुरासन को करने से पेट के अंग मजबूत होते हैं और तनाव को कम करने में मदद मिलती है। इस योगासन को पेट के बल लेटकर किया जाता है। इसमें हाथों को पीछे कर पैरों की एड़ी को पकड़ने की कोशिश की जाती है।

पश्चिमोत्तानासन-

इस योगासन को करने से पेट और पेल्विक ऑर्गंस सक्रिय होते हैं जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक हो सकता है। इसके अलावा इस आसन को करने से शरीर में प्राण ऊर्जा की वृद्धि होती है साथ ही मस्तिष्क शांत रहता है। इसे करने के लिए पहले अपने दोनों पैरों को फैला कर बैठ जाएं। आपके एड़ी-पंजे आपस में सटे हुए होने चाहिए। दोनों हाथों को बगल में सटाएं और कमर को सीधी व नजर यानी आंखें सामने रखें। अब दोनों हाथों को कान से सटाकर ऊपर उठाएं। अब सामने देखते हुए अपनी कमर को झुकाएं और दोनों हाथों से पैर के अंगूठे पकड़े और माथे को घुटने से लगाएं। अब कुछ देर खुद को इसी स्थिति में रखें और इसके बाद धीरे-धीरे पहली वाली में स्थिति में आ जाएं।

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सुप्त मत्स्येंद्रासन-

यह आसन शरीर के सारे अंदरूनी हिस्सों की मलिश करता है। आसन को करने से पेट अंग एक्टिव रहते हैं और डाइजेस्टिव सिस्टम बेहतर रहता है। सुप्त मत्स्येन्द्रासन डायबिटीज के मरीजों के काफी कारगर माना जाता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं। अब दोनों हाथों को कंधे की सीध में रखें। अब दायें पैर को घुटनों से मोड़ें और ऊपर उठाएं और बांये घुटने पर टिकाएं। अब सांस छोड़ते हुए दायें कुल्हे को उठाते हुए पीठ को बाईं ओर मोड़े और दायें घुटने को जमीन पर नीचे की ओर ले जाएं। इस दौरान आपके दोनों हाथ अपनी जगह पर ही रहने चाहिए। आपका सिर बायीं ओर रहेगा। यही क्रिया आपको बाएं पैर के साथ करनी है। इस क्रिया को कम से कम 3 से 5 करें।

कपालभाति प्राणायाम-

कपालभाति प्राणायाम शरीर के नर्वस सिस्टम (तंत्र-तंत्रिकाओं) और मस्तिष्क की नसों को ऊर्जा देने का काम करता है। इस योगासन को करने से आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। इसे करने से खून का संचार बेहतर तरीके से होता है। इसके अलावा इसे करने से दिमाग और मन शांत रहता है। इस प्राणायाम को डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी लाभदायक माना जाता है।

 

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